और उन के काम के कारण प्रेम के साथ उन को बहुत ही आदर के योग्य समझो: आपस में मेल-मिलाप से रहो। (1 थिस्सलुनीकियों 5:13)
आपके पास्टर एक उपहार है जिसे परमेश्वर ने आपको दिया है (इफिसियों 4: 8)। आप के ऊपर पास्टर, आपके चुने हुए नहीं है, बल्कि परमेश्वर के चुने हुए है, और परमेश्वर बुद्धिमान है (यिर्मयाह 3:15)। इसलिए, परमेश्वर आपसे उन लोगों का सम्मान करने की उम्मीद करता है जिन्हें उसने आपके ऊपर रखा है, आपको निर्देशित करने के लिए, आपको उस दिन उसके योग्य बनाने के लिए। हमारा मुख्य पद, उसी के लिए हमें डांट कर समझाता है। नोटिस करिये, यह सिर्फ इतना नहीं कहता कि आपको उन्हें “सम्मान” करना चाहिए, या “काफी सम्मान” करना चाहिए, पर यह कहता है, आपको चाहिए कि, “उन्हें बहुत ज्यादा सम्मान दें”! इसलिए, परमेश्वर स्पेसिफिक था कि वह किस तरह का सम्मान, हमें हमारे पास्टरस को देने की उम्मीद करता है।
आपका पास्टर परमेश्वर की आत्मा से अभिषिक्त है, जिससे आपके जीवन में आशीष आये, इसलिए परमेश्वर का सम्मान करने के साथ उसका सम्मान करना भी आपके लिए बहुत जरूरी है। जब आप अपने पास्टर का सम्मान करते हैं तो आप अपने आप परमेश्वर का सम्मान आकर्षित करते हैं। वास्तव में, परमेश्वर आपको आपके वर्तमान स्थान से, उस जगह जहां आप को होना चाहिए, वहां ले जाता है।
हालांकि, इंद्रियों के लोग इसे समझ नहीं पाते, वे सिर्फ अपने आप अनुमान लगायेंगे क्योंकि उनका शरीर उन पर राज करता है, इसलिए वे परमेश्वर को खुश नहीं कर सकते। अपने पास्टर की आलोचना करने या उसे जज करने में ऐसे लोगों के साथ कभी शामिल न होइये, या किसी भी पास्टर के लिए ऐसा मत करिये! परमेश्वर ने साफ़ साफ़ हमें वचन में चेतावनी दी है: “मेरे अभिषिक्तों को न छूएं, और मेरे नबियों की कोई बुराई न करें” (भजन संहिता 105: 15)! परमेश्वर की शिक्षा का पालन करें और अपने पास्टर का सम्मान करें।
प्रार्थना:
अनमोल पिता, मैं आपको अपने पास्टर का सम्मान करने के बारे में आपके वचन के माध्यम से मेरा मार्गदर्शन करने के लिए धन्यवाद करता हूं। मैं अपने पास्टर’ का बहुत सम्मान करता हूं। मैं उन लोगों से जुड़ने से इनकार करता हूं, जो परमेश्वर के अभिषिक्त जनों को जज और आलोचना करने में शरीरिक दिमाग रखते हैं। मैं अपने पास्टर का सम्मान और आदर का प्रदर्शन करने के लिए हर अवसर का लाभ उठा लेता हूं, यीशु के नाम में। आमीन!