परमेश्वर के और हमारे प्रभु यीशु की पहचान के द्वारा अनुग्रह और शान्ति तुम में बहुतायत से बढ़ती जाए। (2 पतरस 1:2)

हमने कल पढ़ा कि अनुग्रह मनुष्य की आत्मा में एक दिव्य प्रभाव हैl जब यह दिव्य प्रभाव एक व्यक्ति की आत्मा में कार्य करता है तो कुछ चीजें है जो आप बाहरी तौर पर देख पाते हैंl एक चीज़ जो आप एक अनुग्रहित व्यक्ति के जीवन में देखेंगे वह है स्विकारिताl

स्विकारिता का मतलब यह नही है कि हर एक व्यक्ति आपको पसंद करेगा, पर हाँ हर एक नेकनीयत व्यक्ति ज़रूर करेगा, हालाँकि एक व्यक्ति आपको पसंद करे या न करे, आपके बारे में कुछ ऐसा होगा जो उन्हें आपको स्वीकृति करने पर मजबूर करेगाl लोग नही समझ पाएँगे कि उन्होंने आपको वह जॉब, वह कॉन्ट्रैक्ट, वह डील क्यों दी, पर वह फिर भी यह करेंगे, क्योंकि जब परमेश्वर का अनुग्रह आपके साथ चलता है वह आपको भीड़ से अलग खड़ा करता है, वह लोगों को आपको वो देने के लिए विवश कर देता है जिसके लिए आप योग्य भी नही थे। आपके बारे में बस कुछ ऐसा होता है , कि हर एक व्यक्ति आपको चाहता हैl

ऐसे लोग हैं जो सालों से किसी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन या जॉब या बिसनेस या रिश्ते के लिए मेहनत किये जा रहे हैं परन्तु उनके हाथ सिर्फ निराशा ही लगी है, जिस चीज़ कि उन्हें ज़रूरत है वह है- अनुग्रहl

अगर आपके जीवन में अनुग्रह है तो हर एक चीज़ आपको सुनती है और जवाब देतीl पर याद रखिये, उसने कहा है, “इसमें बढ़ो” (2 पतरस 3:18)l इसलिए इस में बढिए परमेश्वर के वचन के ज्ञान के द्वाराl

घोषणा:
मैं बहुतायत के अनुग्रह में कार्य करता हूँ, मेरे पास स्विकारिता हैl परमेश्वर का अनुग्रह जो मेरे जीवन में है मुझे बड़ी उपलब्धियों के लिए भीड़ से अलग खड़ा करता हैl मैं अनुग्रह में और ज्यादा बढ़ता जाता हूँ उसके ज्ञान के द्वारा जिसने मुझे बनाया है और महिमा के लिए बुलाया है! हल्लेलुयाह!

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