अगर तुम केवल मुझे अपनी मदद करने दोगे, अगर तुम सिर्फ मेरी आज्ञा का पालन करोगे, तो मैं तुम्हें अमीर बना दूंगा! (यशायाह 1:19)
परमेश्वर कुछ भी कर सकता हैं, वह प्रभु हैं, सब प्राणियों का परमेश्वर है,और उसके साथ कुछ भी असंभव नहीं है, आपको बस विश्वास की ज़रूरत है। उसकी शक्ति असीमित है। फिर भी, कई लोग संदेह और अविश्वास के कारण, उस शक्ति को शॉर्ट सर्किट कर देते हैं और अपने जीवन में इसे अप्रभावी बना देते हैं, और कुछ ऐसे लोग हैं जो परमेश्वर की ‘मदद’ करने की कोशिश करते हैं, उसे समझा कर कि वे उससे कैसे क्या करवाना चाहते हैं ।
मैं आपको एक उदाहरण देता हूँ: चलो हम मान लेते हैं कि आप चाहते हैं कि परमेश्वर आपको एक घर दे, या एक कार या पैसे से मिलने वाली कोई भी अन्य चीज़ और आपको उसका मूल्य पता है। जब आप प्रार्थना करते हैं, उससे पैसे मत मांगिये; बल्कि विशेष रूप से आप क्या चाहते हैं वह ही मांगिये। आप सोच सकते हैं, “लेकिन पैसे के बिना मुझे वह नहीं मिल सकता है!” लेकिन यह आपको किसने बताया? परमेश्वर आपकी स्थिति या किसी भी परिस्थिति तक सीमित नहीं है। जब आप उसे बताते हैं कि आप क्या चाहते हैं, वो आपको देगा।
कई लोग अपनी प्रार्थना का जवाब नहीं पाते हैं क्योंकि वे गलत मांगते हैं (याकूब 4: 3), परमेश्वर का वचन नहीं जानते हुए । सही परिणाम प्राप्त करने के लिए, आपको परमेश्वर के वचन के अनुसार मांगना चाहिए। कुछ लोग दुसरे लोगों पर अपना ध्यान सेट करते हैं और प्रार्थना करते हैं, “…परमेश्वर, मेरी मदद करने के लिए उस फलाने का उपयोग कीजिये…”। इस तरह की प्रार्थना आपके जीवन पर परमेश्वर के प्रभाव और शक्ति को सीमित कर देगी । हमेशा याद रखिये, परमेश्वर आपकी मदद है, लोग नहीं। भजनकार ने कहा, “मैं अपनी आंखें पर्वतों की ओर लगाऊंगा जहाँ से मुझे सहायता मिलेगी। मुझे सहायता प्रभु की ओर से मिलती है, जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है “(भजन संहिता 121: 1-2)।
वो नहीं चाहता कि आपका ध्यान किसी भी आदमी पर हो! वो आपके जीवन में उसके वचन को पूरा करने के लिए कुछ भी और किसी का भी उपयोग कर सकता है। कई लोग परमेश्वर को उनकी मदद करने के लिए योजना बना कर देते हैं! वे प्रार्थना करते हैं, लेकिन कुछ भी नहीं होता, हालांकि वे खुद ही अपने जीवन में परमेश्वर को सीमित करने के लिए जिम्मेदार हैं। एक बार वे चीजों को एक निश्चित तरीके से होने की उम्मीद कर लेते हैं, फिर उनका सारा ध्यान और परवाह उस दिशा में ही लग जाता है जो ज्यादातर परमेश्वर और उसके वचन से दूर होता है। इस तरह के मत बनिए। मदद के लिए आदमी की ओर देखना छोड़ दीजिये, प्रभु की ओर देखिये क्योंकि आपकी मदद प्रभु के नाम में है!
घोषणा:
मैं परमेश्वर से मदद पाता हूँ और मैं आज्ञाकारी हूँ और परमेश्वर ने मुझे अमीर बना दिया है। मेरी मदद परमेश्वर से आती है जिसने, स्वर्ग और पृथ्वी बनाया है। मैं लोगों पर ध्यान केंद्रित नहीं करता, लेकिन इसके बजाय मैं परमेश्वर को अपनी मांग बताता हूँ और मैं उन सब का जवाब देने के लिए उसका धन्यवाद करता हूँ। परमेश्वर की महिमा हो!!