एक सत्यनिष्ठ व्यक्ति की हृदय से की गयी लगातार प्रार्थना बहुत सामर्थ उपलब्ध कराती है जो कार्य में अद्भुद होती है (याकूब 5:16b)
परमेश्वर ने हमें इस दुनिया में अपने हाथों की तरह रखा है। उसने हमें यह पूरी दुनिया दी है ताकि हम इस पूरी दुनिया को एक बेहतर जगह बना सकें। परमेश्वर ने आदम को पूरी दुनिया दी थी चलाने के लिए, पर उसने परमेश्वर के प्रति अआज्ञाकारिता, और शैतान के प्रति आज्ञाकारिता को दिखा के दुनिया शैतान के हाथों सौंप दी। यही कारण है कि दुनिया में इतना अंधकार है आज। पर सुसमाचार यह है, कि यीशु ने इंसान की जगह लेकर परमेश्वर की आज्ञा का पालन किया और शैतान से इस दुनिया के ऊपर की शक्ति वापिस ले ली। यीशु ने शैतान को हराने के बाद, विजय हमें दे दी कि हम परमेश्वर की संतान होने के नाते इस दुनिया की चीजों को कण्ट्रोल कर सकें।
बहुत सारी बुराई, दुष्टता के कारण नही फैलती बल्कि इसलिए फैलती है क्योंकि अच्छे लोग बुराई को रोकने के लिए कुछ नही कर रहे, जबकि उनसे ऐसा करने की अपेक्षा की जाती है। परमेश्वर की संतान होने के नाते हमे इस बात से निष्फ़िक्र नही होना चाहिए कि हमारे आस पास क्या हो रहा है। ऐसी चीजें हैं जो हम सीधे तरीके से रोक सकते हैं और ऐसी भी चीजें है जिन्हें रोकना सामान्यतः हमारे हाथों में नही है, पर हम उन्हें उस सामर्थ के द्वारा बदल सकते हैं जो मसीह ने हमें इस दुनिया के ऊपर दी है। हमारा मुख्य वर्स हमें दिखाता है कि; हमारे हृदय से की गयी, लगातार प्रार्थना बहुत सामर्थ उपलब्ध कराती है जो कार्य करने में भव्य है।
इस दुनिया में बदलाव लाने की इच्छा को अपने अन्दर पनपने दीजिए। शहर के लिए सुन्दर इच्छा रखिए। ऐसी इच्छा रखिए की पूरा शहर परमेश्वर के प्रेम के ज्ञान में आ जाये। आपका कार्यस्थल हो या आपका व्यवसाय हो, आपका शहर हो या आपका देश, एक अच्छे बदलाव के लिए अपने अन्दर दृढ़ चाह को पनपने दीजिए। प्रार्थना करने के लिए निरंतर समय दीजिए; जैसे आप दृढ़ चाह को पनपने देंगे, आज नही तो कल, इतनी ज्यादा सामर्थ उपलब्ध होगी जो कार्य करने में भव्य हो, कि कुछ भी उस चीज़ को होने से रोक नही पाएगा, जिसकी आपने चाह रखी है।
घोषणा:
मैं परमेश्वर का बदलाव का एजेंट हूँ। मैं एक आशा हूँ और जैसे मैं प्रार्थना के साथ सुसमाचार को पूरी दुनिया में जयवंत कराने की इच्छा को प्रबलता से पनपने देता हूँ मैं अश्वाषित हूँ कि जो चीजें मैं चाहूँगा वो निश्चय ही हो जाएंगी, यीशु के नाम में। आमीन!
एक सत्यनिष्ठ व्यक्ति की हृदय से की गयी लगातार प्रार्थना बहुत सामर्थ उपलब्ध कराती है जो कार्य में अद्भुद होती है (याकूब 5:16b)
परमेश्वर ने हमें इस दुनिया में अपने हाथों की तरह रखा है। उसने हमें यह पूरी दुनिया दी है ताकि हम इस पूरी दुनिया को एक बेहतर जगह बना सकें। परमेश्वर ने आदम को पूरी दुनिया दी थी चलाने के लिए, पर उसने परमेश्वर के प्रति अआज्ञाकारिता, और शैतान के प्रति आज्ञाकारिता को दिखा के दुनिया शैतान के हाथों सौंप दी। यही कारण है कि दुनिया में इतना अंधकार है आज। पर सुसमाचार यह है, कि यीशु ने इंसान की जगह लेकर परमेश्वर की आज्ञा का पालन किया और शैतान से इस दुनिया के ऊपर की शक्ति वापिस ले ली। यीशु ने शैतान को हराने के बाद, विजय हमें दे दी कि हम परमेश्वर की संतान होने के नाते इस दुनिया की चीजों को कण्ट्रोल कर सकें।
बहुत सारी बुराई, दुष्टता के कारण नही फैलती बल्कि इसलिए फैलती है क्योंकि अच्छे लोग बुराई को रोकने के लिए कुछ नही कर रहे, जबकि उनसे ऐसा करने की अपेक्षा की जाती है। परमेश्वर की संतान होने के नाते हमे इस बात से निष्फ़िक्र नही होना चाहिए कि हमारे आस पास क्या हो रहा है। ऐसी चीजें हैं जो हम सीधे तरीके से रोक सकते हैं और ऐसी भी चीजें है जिन्हें रोकना सामान्यतः हमारे हाथों में नही है, पर हम उन्हें उस सामर्थ के द्वारा बदल सकते हैं जो मसीह ने हमें इस दुनिया के ऊपर दी है। हमारा मुख्य वर्स हमें दिखाता है कि; हमारे हृदय से की गयी, लगातार प्रार्थना बहुत सामर्थ उपलब्ध कराती है जो कार्य करने में भव्य है।
इस दुनिया में बदलाव लाने की इच्छा को अपने अन्दर पनपने दीजिए। शहर के लिए सुन्दर इच्छा रखिए। ऐसी इच्छा रखिए की पूरा शहर परमेश्वर के प्रेम के ज्ञान में आ जाये। आपका कार्यस्थल हो या आपका व्यवसाय हो, आपका शहर हो या आपका देश, एक अच्छे बदलाव के लिए अपने अन्दर दृढ़ चाह को पनपने दीजिए। प्रार्थना करने के लिए निरंतर समय दीजिए; जैसे आप दृढ़ चाह को पनपने देंगे, आज नही तो कल, इतनी ज्यादा सामर्थ उपलब्ध होगी जो कार्य करने में भव्य हो, कि कुछ भी उस चीज़ को होने से रोक नही पाएगा, जिसकी आपने चाह रखी है।
घोषणा:
मैं परमेश्वर का बदलाव का एजेंट हूँ। मैं एक आशा हूँ और जैसे मैं प्रार्थना के साथ सुसमाचार को पूरी दुनिया में जयवंत कराने की इच्छा को प्रबलता से पनपने देता हूँ मैं अश्वाषित हूँ कि जो चीजें मैं चाहूँगा वो निश्चय ही हो जाएंगी, यीशु के नाम में। आमीन!