मेरी आँखें लक्ष्य पर टिकी हैं, जहाँ परमेश्वर हमें आगे इंगित कर रहा- यीशु की ओर। मैं चल पड़ा हूँ और दौड़ रहा हूँ, और मैं पीछे नही मुड़ने वाला (फिलिप्पियों 3:14 मेसेज अनुवाद)
बहुत लोगों ने संयम और इंतज़ार के बीच में अंतर को नही समझा है। संयम में हमेशा एक निश्चित परिणाम होता है और संयम आत्मा का फल है, वहीँ इंतज़ार मनुष्यों की एक फलहीन अभिव्यक्ति है उनके अक्षमता को छुपाने की, उन चीजों को पूरा करने में, जो उन्हें करनी चाहिए थी।
इंतज़ार का असल मतलब है, ‘उपलब्ध बुद्धि और समय गवाना”! कुछ लोग अपने प्रियजनों की आत्मा जीतने का तब तक इंतज़ार करते हैं, जब तक वे मर कर नरक नही चले जाते। कुछ परमेश्वर के कार्य को पूरा करने का तब तक इंतज़ार करते हैं, जब तक वे अपनी बुलाहट से बाहर न फ़ेक दिए जाएं। इंतज़ार करना व्यर्थ है। हम मसीह में सिपाही हैं और सिपाही इंतज़ार नही करते, वे हमेशा सजग और एक्टिव होते हैं अपने दायित्व की ओर।
मान लीजिये आपके देश के ऊपर आक्रमण किया गया हो और आपकी सेना सरहद पर बस इंतज़ार कर रही हो अक्रमणकर्ताओं के और करीब आने का, या फिर कुछ और बम धमाके करने का, इससे पहले की वे खुद कुछ करें, तो शायद आपका देश तबाह हो जाए। सेना कभी इंतज़ार नही करती! तो ज़रा सोचिये, अगर वे देश की रक्षा कुछ दुष्ट लोगों से करने के लिए इंतज़ार नही करते, तो हम कैसे इंतज़ार कर सकते हैं इस दुनिया को शैतान के चंगुल से बचाने के लिए! हम इंतज़ार नही कर सकते।
मैं हमारे मुख्य वर्स के इस अनुवाद को बहुत पसंद करती हूँ, यह कहता है, “मैं चल पड़ा हूँ और दौड़ रहा हूँ, और मैं पीछे नही मुड़ने वाला”। सुसमाचार के लिए खड़ा होने से पहले इंतज़ार मत कीजिये। अपने आस पास के लोगों की आत्माएं जीतने का इंतज़ार मत कीजिये। सुसमाचार की बढ़ोतरी की ओर देने के लिए इंतज़ार मत कीजिये। गरीबों की मदत करने के लिए इंतज़ार मत कीजिये। इस दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए इंतज़ार मत कीजिये, क्योंकि आप एक एम्बेसडर ऑफ़ ज़ायन हैं!
घोषणा:
मैं इंतज़ार करने से इनकार करता हूँ। मैं अभी कार्य करता हूँ। मैं परमेश्वर के राज्य के लिए चीजों को साकार करता हूँ, अभी! मैं कल पर टालने से इनकार करता हूँ। मैं एक आत्मा जीतने वाला व्यक्ति हूँ। कुछ भी मुझे अपनी दुनिया को सुसमाचार के द्वारा प्रभावित करने से नहीं रोक सकता, यीशु के नाम में। आमीन!