उसके फाटकों से धन्यवाद, और उसके आंगनों में स्तुति करते हुए प्रवेश करो, उसका धन्यवाद करो, और उसके नाम को धन्य कहो (भजन संहिता 100:4)

हर साल इसी समय, हम एक साथ आ कर परमेश्वर को विशेष रूप से धन्यवाद देते हैं, एक शानदार साल के लिए जो उसने हमें दिया है। इसलिए आपका धन्यवाद हृदय से परिपूर्ण और विशिष्ट होना चाहिए। आज चर्च जाने से पहले, साल के हर महीने को एक-एक करके याद करने के लिए समय निकालें और एक डायरी या कागज़ में उन सभी अद्भुत गवाहियों का उल्लेख करें जो इस साल आपके जीवन में हुई हैं। इसे अपने साथ चर्च में ले जाएं और उनमें से प्रत्येक के लिए प्रभु को धन्यवाद दें। अपने सभी भाइ बहनों के सामने परमेश्वर की महिमा करें। वह आपके महिमामय, शानदार और विशिष्ट धन्यवाद का हकदार हैं!

याद रखें, आज का दिन वर्ष की सबसे महत्वपूर्ण सेवाओं में से एक हैं। समय पर पहुंचें और उत्साहित रहें।हालांकि धन्यवाद देना सिर्फ किसी एक दिन तक सिमित नही है, परन्तु जब हम प्रभु को निश्चित कारणों के लिए एक साथ आ कर, इस तरह से धन्यवाद देते हैं, यह परमेश्वर को प्रसन्न करता है।

इस दिन को आपके लिए बाकि दिनों की तरह बस युही बीत जाने मत दीजिये, इसे एक यादगार दिन बनाइये। ध्यान रखिये कि आप अपने सबसे अच्छे कपड़े पहने चर्च आने के लिए, अपना सबसे अच्छा तैयार कीजिये धन्यवाद की भेंट की तरह देने के लिए, ध्यान रखिये की आप आगे आ कर हर उस सुन्दर कार्य की गवाही दें जो परमेश्वर ने आपके लिए इस साल में की हैं। कभी भी गवाही देने से मत कतराइए, आपके गवाही के शब्द परमेश्वर की ओर धन्यवाद के शब्द होते हैं। अगर परमेश्वर आपकी प्रार्थना का जवाब देने में और आपके विश्वास को पुरस्कृत करने में, नही शर्माया, तो आपको भी उसे और उसकी विश्वसनीयता को सम्मान देने में नही शर्माना चाहिए।

अच्छी तरह से तैयारी कीजिये क्योंकि यह धन्यवाद देने का दिन है!

प्रशंसा:
अमूल्य पिता, आप मेरे सब कुछ हैं। आप ने मुझे उठाया है, और मुझे खड़ा किया है। आपका प्रेम कितना पवित्र है, और सदा बहता रहता है, आपके महान प्रेम के लिए हे पिता, मैं आपका आदर करता हूँ मेरे जीवन में हर एक दिन। आप मेरे लिए पूरी दुनिया से ज्यादा प्रिय हैं। मैं आपके नाम की महिमा करता हूँ!

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