अपनी सम्पत्ति के द्वारा, और अपनी भूमि की सारी पहली उपज दे देकर यहोवा की प्रतिष्ठा करना। (नीतिवचन 3:9)
आज वर्ष 2025 के लिए पहलौटे की सर्विस का दिन है। यह दिन परमेश्वर के कैलेंडर में बहुत महत्व रखता है और यह वर्ष में केवल एक बार आता है। इस विशेष अवसर पर, परमेश्वर की आत्मा हमें कुर्बानी के कार्य के माध्यम से अपना विश्वास प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करती है।
कुर्बानी प्रतिबद्धता का एक शक्तिशाली प्रदर्शन है। यह एक ऐसा कार्य है जो पवित्र आत्मा को बताता है कि हम उसकी सामर्थ और तरीकों में कितनी गहराई से विश्वास करते हैं। यह दर्शाता है कि हम कितनी अधिक इच्छा रखते हैं कि वह हमारे जीवन को नियंत्रित करे और यह उनमें उसकी भागीदारी की सीमाओं को परिभाषित करता है। परमेश्वर कभी भी आपके जीवन में उससे अधिक हस्तक्षेप नहीं करेगा जितना करने की आप अनुमति देते हैं। यह उस पर निर्भर नहीं है, बल्कि यह आप पर निर्भर है।
केवल उससे पूर्ण नियंत्रण मांगना ही पर्याप्त नहीं है; यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप उसके तरीकों में कितनी गहराई से विश्वास करते हैं। जिस तरह से आप अपने कार्यों के माध्यम से अपने विश्वास को प्रदर्शित करते हैं, उससे यह निर्धारित होता है कि वह आपके जीवन में कितना शामिल होने वाला है।
आज का शीर्षक पहलौटे की सर्विस को सामर्थ के कुएँ के रूप में संदर्भित करता है। कुआं एक ऐसा स्रोत है, जहां से हम अपनी इच्छानुसार पानी निकाल सकते हैं। यह सूखता नहीं है; यह तब तक जल देता रहता है जब तक कि इससे प्राप्त करने वाला व्यक्ति खोजता रहता है।
जब हम कहते हैं कि पहलौटे की सर्विस सामर्थ का एक कुआँ है, तो हमारा मतलब है कि यह असीमित सामर्थ प्राप्त करने का एक अवसर है। दुनिया की चुनौतियों का सामना करने से पहले, अंदर से सशक्त होना बहुत जरूरी है। और यह सशक्तिकरण परमेश्वर के घर में घटित होता है। जब आप संसार का सामना करते हैं तो आप किस स्तर तक पवित्र आत्मा का साथ अपने साथ चाहते हैं ? क्या आपको यह एहसास है कि आपको दुनिया पर राज करने के लिए बुलाया गया है? ऐसा करने के लिए, आपको उसकी ज़रूरत है ताकि वह आपको ऊपर उठाए। और यही आज होगा। यह समय है अपने विश्वास को उसके मार्गों में प्रदर्शित करने का। अपना पहलौटा परमेश्वर के भवन में लाये, जो शुद्ध और बिना किसी दोष के हों। इसका सावधानीपूर्वक हिसाब लगाएं और ईमानदारी से दें। अपने कार्यों से दिखयें कि आप उसके प्रति गंभीर हैं।
बाइबल के आरंभ से ही हम देखते हैं कि परमेश्वर कैन और हाबिल से पहलौटे की मांग कर रहा है। वह हाबिल को उसकी भेंट के लिए पुरस्कार देता है, लेकिन कैन की भेंट को अस्वीकार कर देता है। अपना विश्वास प्रदर्शित करने का यह अवसर मत छोड़िए। अपना पहलौटा अपनी आर्थिक स्थिति के आधार पर मत दें; बल्कि अपने विश्वास के अनुसार दें।
प्रार्थना:
प्रिय स्वर्गीय पिता, मैं आपको धन्यवाद देता हूँ मुझे अपने सिद्धांत सिखाने के लिए। मैं अपने जीवन में आपको और अधिक अवसर देना चाहता हूँ और स्वयं को पूरी तरह से आपके प्रति समर्पित करना चाहता हूँ। आज जब मैं अपना पहलौटा लेकर आ रहा हूँ, मैं अपना विश्वास प्रदर्शित करता हूँ और यह दिखाता हूँ कि आप मेरे जीवन में प्रथम और सबसे महत्वपूर्ण हैं। मैं यीशु के नाम में आपको धन्यवाद देता हूँ। आमीन।