यीशु ने उससे कहा, मार्ग और सत्य और जीवन मैं ही हूँ; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुँच सकता। (यूहन्ना 14:6)
हमारा मुख्य वर्स स्वयं प्रभु यीशु मसीह की घोषणा है। उसने कहा कि वह “सत्य”, “मार्ग” और “जीवन” हैं। उसी में सारा समाधान और जवाब छिपा है। उसके बाहर कोई सत्य नहीं है।
जब आप यीशु के वजूद को समझते हैं और उसकी वास्तविकता में चलते हैं, तो परमेश्वर की समर्थ आपके जीवन में और आपके जीवन के द्वारा आपकी दुनिया में प्रवाहित होती है।आपको यह जानना चाहिए कि एक मसीह के रूप में, प्रभु यीशु मसीह के अलावा ऐसा कुछ भी नहीं है, जिसकी ओर आपको किसी भी समय, प्रेरणा या समाधान के लिए देखना चाहिए। बाइबिल कहती है कि हमें अपना केंद्र यीशु पर ही रखना चाहिए (संदर्भ: इब्रानियों 12:2)। उसके अलावा किसी और चीज़ की तलाश करना व्यर्थ है।
यीशु मसीह का आगमन निकट है, बहुत निकट; इसलिए, अपने जीवन को तैयार कर लें। प्रभु से मिलने की तैयारी करें। उसके आगमन से आश्चर्यचकित होने की तैयारी मत कीजिए। अपना केंद्र “सत्य”: अर्थात् यीशु मसीह पर रखें।
प्रशंसा:
अनमोल पिता, मैं आपको अपने प्रिय पुत्र, यीशु मसीह को मेरे लिए भेजने के लिए धन्यवाद देता हूँ। मैं यीशु में सम्पूर्ण हूँ, मुझमें किसी चीज़ की कमी नहीं है और मुझे किसी चीज़ की ज़रूरत नहीं है। यीशु ही मेरा सबकुछ है; और केवल उसी को सारी महिमा, आदर और प्रशंसा सदैव मिलती रहे। आमीन।