जब यीशु ने वह सिरका लिया, तो कहा पूरा हुआ और सिर झुकाकर प्राण त्याग दिए॥ (यूहन्ना 19:30)
बहुत बार लोग पूछते हैं कि यह फ्राइडे “गुड” क्यों कहा जाता है जब येशु इस दिन मरा! यह एक अच्छा फ्राइडे है, क्योंकि येशु ने अपना कार्य पूरा किया उद्धार को हमारे लिए उपलब्ध कराने हेतु, यह अच्छा है क्योंकि येशु मरा हुआ नहीं है , बल्कि वह उठाया गया है, वह जिंदा है।
येशु के क्रूस पर बलिदान ने सभी के पापों का हिसाब पूरा किया और आगे किसी और बलिदान की जरूरत नही रही। पुराने नियम के याजकों को साल दर साल बलिदान देना पड़ता था सलाना प्रायश्चित के लिए, पर येशु ने यह एक बार में कर दिया और पूरे मानवजाति के लिए अनंत छुटकारा हासिल किया।
बाइबल पुराने नियम के याजक के विषय में कहती है कि, “और हर एक याजक तो खड़े होकर प्रति दिन सेवा करता है, और एक ही प्रकार के बलिदान को जो पापों को कभी भी दूर नहीं कर सकते; बार बार चढ़ाता है। पर यह व्यक्ति(येशु मसीह) तो पापों के बदले एक ही बलिदान सर्वदा के लिये चढ़ा कर परमेश्वर के दाहिने जा बैठा।” (इब्रानियों 10:11-12)
सबको बताइए हर एक जगह: मसीह येशु ने मनुष्य के अनंत छुटकारे के कार्य को सम्पूर्ण कर दिया है, एक ही बार में हमेशा के लिए। और इसलिए यह दिन ” गुड” कहलाता है। हल्लेलुयाः !
प्रार्थना:
अशिषित स्वर्गीय पिता, मैं आपके प्रेम के लिए आपका धन्यवाद करता हूं। धन्यवाद येशु को मेरे लिए भेजने के लिए और मुझे अपना बनाने के लिए। मैं धोया गया हूं, मैं पवित्र हूं और सत्यनिष्ठ बनाया गया हूं, पाप, मृत्यु और बर्बादी से आज़ाद। अमीन!