क्योंकि परमेश्वर अन्यायी नहीं, कि तुम्हारे काम, और उस प्रेम को भूल जाए, जो तुम ने उसके नाम के लिये इस रीति से दिखाया, कि पवित्र लोगों की सेवा की, और कर भी रहे हो। ( इब्रानियों 6:10)

परमेश्वर मनुष्य नहीं है जो यह भूल जाये कि आपने उसके लिए क्या किया है। यह एक आशीषित आश्वासन है जो हमने उसमें पाया है। हर एक चीज़ जो आप सुसमाचार के लिए करते हैं और बलिदान देते हैं वह न सिर्फ अंकित है (संदर्भ. मलाकी 3:16), परमेश्वर आपको उसके लिए पुरस्कृत भी करता है। पतरस का प्रभु के साथ जो सामना हुआ उस पर ध्यान दीजिए; “जब भीड़ उस पर गिरी पड़ती थी, और परमेश्वर का वचन सुनती थी, और वह गन्नेसरत की झील के किनारे पर खड़ा था, तो ऐसा हुआ। कि उस ने झील के किनारे दो नावें लगी हुई देखीं, और मछुवे उन पर से उतरकर जाल धो रहे थे। उन नावों में से एक पर जो शमौन की थी, चढ़कर, उस ने उस से बिनती की, कि किनारे से थोड़ा हटा ले चले, तब वह बैठकर लोगों को नाव पर से उपदेश देने लगा।“ (लूका 5:1-3)

पतरस और उसके साथी, पूरी रात की एक असफल मछली पकड़ने के सफ़र से लौटे थे। इसलिए मास्टर को अपनी नाव देने का उसका निर्णय आसान नही था, उसे अपनी निराशा और थकान से लड़ना पड़ा मास्टर की मदत करने के लिए ताकि उसका सन्देश फ़ैल सके।
बाइबिल हमें बताती है कि जब यीशु ने पतरस की नाव से प्रचार कर लिया, उसने पतरस को कहा की वह अपनी जाल को पानी में डाले एक अद्भुत पकड़ के लिए (लूका 5:6-7)। अब उसने पूरी रात कोशिश की थी मछली पकड़ने की पर उसे कुछ हासिल न हुआ। पर अचानक उसके पास इतना कुछ आ गया, सिर्फ इसलिए क्योंकि उसने मास्टर की मदत करने का निर्णय लिया । यह कितना अद्भुत चमत्कार था!

आपने सुसमाचार के लिए क्या बलिदान दिए हैं? वह आपका समय, धन, परिवार, दोस्त और सम्बन्ध हो सकते हैं, जो आपने कुर्बान किए,चाहे वह जो भी है, परमेश्वर उसे भुला नहीं है। आपका पुरस्कार सिर्फ स्वर्ग में नही होगा, पर इस दुनिया में भी, यीशु के कथन पर ध्यान दिजिए; “यीशु ने कहा, मैं तुम से सच कहता हूं, कि ऐसा कोई नहीं, जिस ने मेरे और सुसमाचार के लिये घर या भाइयों या बहिनों या माता या पिता या लड़के-बालों या खेतों को छोड़ दिया हो। और अब इस समय सौ गुणा न पाए, घरों और भाइयों और बहिनों और माताओं और लड़के-बालों और खेतों को पर उपद्रव के साथ और परलोक में अनन्त जीवन। पर बहुतेरे जो पहिले हैं, पिछले होंगे; और जो पिछले हैं, वे पहिले होंगे।“

पतरस ने मछलियों को स्वर्ग में नही पाया, बल्कि धरती पर ही पाया। आपका पुरस्कार दूर नही है; वह आपकी सोच से बहुत करीब है, इस बात से आश्वषित रहिए कि आप उसे उचित समय पर ज़रूर पाएँगे, क्योंकि वह आपके प्रेम के श्रम को याद रखता है।

प्रार्थना:
प्रिय पिता, मैं आपका धन्यवाद करता हूँ कि आप मेरे प्रेम के श्रम को याद रखते हैं, मैं जानता हूँ कि स्वर्ग राज्य में मेरा श्रम व्यर्थ नहीं है। धन्यवाद आपके अतुलनीय प्रेम के लिए मेरी ओर, जो मुझे आपके लिए जीने के काबिल बनाता है आज और हमेशा, क्योंकि मैं जानता हूँ ऐसा कुछ भी नहीं जो मैं आपके लिए करता हूँ जो उससे बड़ा हो जो आप मेरे लिए करते हैं। महिमा आपकी हो सदा के लिए!

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