यह प्रभु की दया है कि हम नष्ट नहीं हुए, क्योंकि उसकी करुणा कभी समाप्त नहीं होती। वे हर सुबह नए होते हैं: तेरी सच्चाई महान है। (विलापगीत 3:22-23)

जैसे हम वर्ष समाप्त होने की ओर बढ़ रहे है, हम खुद को चिंतन और प्रत्याशा की स्थिति में पाते हैं। हम अपने द्वारा जीए गए 366 दिनों को याद करते हैं, और अदभुत क्षण, चुनौती भरे समय और विजय को याद करते हैं। हर वर्ष हम अनोखे आशीष, चुनौतियाँ, विजय और सबक देखते हैं। लेकिन आज, जब हम एक नए वर्ष की दहलीज पर खड़े हैं, हमें परमेश्वर की निरंतर विश्वासयोग्यता की याद आती है, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों।

विलापगीत 3:22-23, हमें आश्वस्त करता है कि परमेश्वर का प्रेम अटल है और उसकी दया अटूट है। जब हम बीते वर्ष पर विचार करते हैं, तो हम इस तथ्य से सांत्वना प्राप्त कर सकते हैं कि परमेश्वर की अनुग्रह ने हमें हर क्षण सहारा दिया है, तब भी जब हम उसके कार्य को पूरी तरह से समझ या पहचान नहीं पाए थे।

यह एक शक्तिशाली सत्य को दर्शाता है: चाहे हम किसी भी परिस्थिति का सामना करें, परमेश्वर का प्रेम हमारे लिए स्थिर रहता है और कभी नहीं बदलता । उसकी दया हर सुबह नई होती है, जिसका अर्थ है कि हर एक दिन, इससे पहले जो कुछ भी हुआ हो, उसकी परवाह किए बिना, हमें एक नई शुरुआत दी गई है। उसका अनुग्रह किसी मौसम या परिस्थिति तक सीमित नहीं है।

एक वर्ष कोई जीवित इकाई नहीं है जो हमारे लिए कुछ भी ला सके, बल्कि यह तो समय की एक सीमा मात्र है जिसे परमेश्वर ने बनाया है ताकि हम खुद की जांच कर सकें, आत्मचिंतन कर सकें, और लक्ष्य निर्धारित करें सकें।

जैसा कि आप नया वर्ष शुरू करने वाले हैं, पवित्र आत्मा की अगुवाई के प्रति अधिक संवेदनशील बनें ताकि आप उसकी सुंदर योजनाओं में उसके साथ चलने में सक्षम हो सकें। 2024 की बधाई और नववर्ष 2025 की हार्दिक शुभकामनाएँ!

प्रार्थना:
प्रिय पिता, मैं आपका धन्यवाद करता हूँ अपने जीवन में आपकी विश्वसनीयता और मेरे लिए आपकी अद्भुत योजनाओं के लिए। मैं हर दिन अपने आप को अधिक से अधिक पवित्र आत्मा के हवाले करता हूँ। धन्यवाद कि आप मुझमें काम कर रहे हैं। वर्ष 2024 के लिए धन्यवाद। मैं वर्ष 2025 पर यीशु के नाम को घोषित करता हूँ। आमीन

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