परमेश्वर सच्चा है, और उसने हमें अपने पुत्र हमारे प्रभु यीशु मसीह की संगति में बुलाया है (1 कुरिन्थियों 1:9)।

यीशु मसीह की संगति में बुलाए जाने का अर्थ है कि हम उसके साथ एकता में आ गए हैं। इसका अर्थ है कि हमें उसकी श्रेणी में लाया गया है, और अब हम उसके साथ साझेदारी में हैं और उसके हितों में भाग ले रहे हैं।

क्या यह जानना रोमांचक नहीं है कि हमें परमेश्वर के पुत्र के साथ एकता में लाया गया है, और उसके साथ संगति के लिए बुलाया गया है? यही सबसे बड़ी बुलाहट है! यह भी बहुत अच्छा होता यदि हम केवल उसके सेवक होते, परन्तु उसने हमें अपने साथ एकता में लाने का चुनाव किया। दुनिया में इससे महान बात और क्या हो सकती है! क्या आपको एहसास है कि आप कितने खास हैं!

यीशु के साथ आपकी संगति की समझ और चेतना आपको यह पहचानने में मदद करेगी कि आपका पिता दुनिया का सम्राट है, और आपको जीवित रहने के लिए संघर्ष करने की आवश्यकता नहीं है। आप अपना पेट भरने के लिए काम नहीं करेंगे, बल्कि यह दिखाने के लिए काम करेंगे कि आपमें क्या है और अपने अन्दर परमेश्वर के भंडार से इस दुनिया को बदलने के लिए काम करेंगे। केवल इस संगति की चेतना में रहकर ही कोई इस दुनिया को एक बेहतर स्थान बना सकता है। हर समय इस संगति और एकता की चेतना में रहे।

प्रार्थना:
प्रिय पिता, यीशु मसीह के साथ संगति में मुझे बुलाने के लिए धन्यवाद। मैं हर समय उसके साथ अपने मिलन और एकता के प्रति सचेत रहता हूँ, और मैं हमेशा इस चेतना के साथ एक उच्च जीवन जीता हूँ, यीशु के नाम में। आमीन!

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