चर्च के प्रति आपकी प्रतिबद्धता मायने रखती है

इसलिये तुम अब विदेशी और मुसाफिर नहीं रहे, परन्तु पवित्र लोगों के संगी स्वदेशी और परमेश्वर के घराने के हो गए। और प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की नेव पर जिसके कोने का पत्थर मसीह यीशु आप ही है, बनाए गए हो। जिस में सारी रचना एक साथ मिलकर प्रभु में एक पवित्र मन्दिर बनती जाती है। […]

पिता की इच्छा सबसे ज़्यादा मायने रखती है

क्योंकि जो कोई मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चले, वही मेरा भाई, और बहिन, और माता है। (मत्ती 12:50) परमेश्वर की संतान होने के नाते, आपके लिए यह जानना अत्यंत महत्वपूर्ण होना चाहिए कि परमेश्वर क्या चाहता है और फिर उसे पूरा करना भी। यह सोचना कि आपको पृथ्वी पर केवल सांसारिक अच्छाइयों का […]

आपका उद्धार सबसे अधिक मायने रखता है

इसलिये, हे मेरे प्यारो, जैसे तुम सदा से आज्ञा मानते आए हो, वैसे ही अब न केवल मेरे साथ रहते हुए पर विशेष करके मेरे दूर रहने पर भी डरते और कांपते हुए अपने अपने उद्धार का कार्य पूरा करते जाओ। (फिलिप्पियों 2:12) एक चीज़ जिसे आपको सबसे ज़्यादा कीमती समझना चाहिए, वह है आपका […]

यीशु के प्रति आपका प्रेम सबसे अधिक मायने रखता है

क्योंकि मसीह का प्रेम हमें विवश करता है, इसलिये कि हम यह समझ चुके हैं कि जब एक सब के लिये मरा तो सब मर गये। और वह सब के लिये मरा ताकि जो जीवित हैं, वे आगे को अपने लिये न जीयें, परन्तु उसके लिये जो उनके लिये मरा और जी उठा। (2 कुरिन्थियों […]

यह मायने रखता है कि आप किस प्रकार अनुसरण करते हैं!

ताकि तुम आलसी न बनो, परन्तु उनका अनुकरण करो, जो विश्वास और धीरज के द्वारा प्रतिज्ञाओं के वारिस होते हैं। (इब्रानियों 6:12) विश्वास में चलने वालों का अनुसरण करना जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही महत्वपूर्ण यह भी है कि आप उनका अनुसरण किस प्रकार करते हैं, इससे आपके जीवन में बहुत फर्क पड़ता है। जब […]

यह मायने रखता है कि आप किसका अनुसरण करते हैं!

ताकि तुम आलसी न बनो, परन्तु उनका अनुकरण करो, जो विश्वास और धीरज के द्वारा प्रतिज्ञाओं के वारिस होते हैं। (इब्रानियों 6:12) दुनिया में, दुनिया की स्टैण्डर्ड से किसी भी प्रसिद्ध चीज या किसी भी प्रसिद्ध व्यक्ति, का अनुसरण करने की संस्कृति हैं। वे इसे ‘ट्रेंड ’ का अनुसरण करना कहते हैं। परमेश्वर की संतान […]

चर्च में आपकी उपस्थिति मायने रखती है

आओ एक साथ संगती करने को नज़रंदाज़ न करें जैसे कुछ लोग करते हैं, परन्तु एक दुसरे को प्रोत्साहित करें, खासकर अब जब प्रभु का लौटना इतना करीब है। (इब्रानियों 10:25) क्या आपने कभी भी एक शेर को हिरण का शिकार करते हुए देखा है? शेर कभी हिरण पर तब वार नही करता जब वह […]

करुणा मायने रखती है

और यीशु, करुणा से भर गया, हाथ बढ़ाकर उसे छूआ, और उससे कहा, मैं चाहता हूँ, तू शुद्ध हो जा। (मरकुस 1:41) करुणा मसीही जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण गुण है। जब तक आपके हृदय में संसार के उन लोगों के प्रति करुणा नहीं होगी, जो अभी भी दण्ड और मृत्यु के श्राप के […]

आत्माओं को जीतना महत्वपूर्ण है!

सत्यनिष्ठा का प्रतिफल जीवन का वृक्ष होता है, और बुद्धिमान मनुष्य मन को मोह लेता है। (नीतिवचन 11:30) स्वर्ग जाने से पहले, मास्टर यीशु के अंतिम निर्देशों में से एक था, आत्माओं को जीतना। उसने कहा: “तुम सारे जगत में जाकर सारी सृष्टि के लोगों को सुसमाचार प्रचार करो” (मरकुस 16:15)। आत्मा को जीतना परमेश्वर […]

आपका विश्वास मायने रखता है

अब विश्वास आशा की हुई वस्‍तुओं का निश्चय, और अनदेखी वस्‍तुओं का प्रमाण है। (इब्रानियों 11:1) विश्वास परमेश्वर के राज्य की मुद्रा है। मसीह में प्रत्येक विश्वासी को, विश्वास दिया गया है (संदर्भ: रोमियों 12:3), और जब हम परमेश्वर के वचन का अध्ययन करते हैं, तो हमारा विश्वास बढ़ता है। विश्वास का निर्माण, करने के […]