यहोशू के जीवन से सबक

तेरे जीवन भर कोई तेरे साम्हने ठहर न सकेगा; जैसे मैं मूसा के संग रहा वैसे ही तेरे संग भी रहूंगा; और न तो मैं तुझे धोखा दूंगा और न तुझ को छोडूंगा। इसलिये हियाव बान्धकर दृढ़ हो जा; क्योंकि जिस देश के देने की शपथ मैं ने इन लोगों के पूर्वजों से खाई थी […]

नहेमायाह के जीवन से सबक।

शहरपनाह के बनाने वाले और बोझ के ढोने वाले दोनों भार उठाते थे, अर्थात एक हाथ से काम करते थे और दूसरे हाथ से हथियार पकड़े रहते थे(नहेमायाह 4:17)। नहेमायाह फारस के राजा का पिलानेहार था। जब उसे यरूशलेम की स्थिति, यरूशलेम के लोगों और मंदिर के बारे में पता चला, उसने यरूशलेम की दीवारों […]

यूसुफ के जीवन से सबक

और इस्राएल अपने सब पुत्रों से बढ़के यूसुफ से प्रीति रखता था, क्योंकि वह उसके बुढ़ापे का पुत्र था: और उसने उसके लिये रंग बिरंगा अंगरखा बनवाया। (उत्पत्ति 37:3) यूसुफ, याकूब (इज़राइल) के बारह पुत्रों में से एक था और उसकी पसंदीदा पत्नी से पैदा हुआ पहला पुत्र था। यूसुफ, याकूब का पसंदीदा पुत्र था […]

दानिय्येल के जीवन से सबक

मैं यह आज्ञा देता हूं कि जहां जहां मेरे राज्य का अधिकार है, वहां के लोग दानिय्येल के परमेश्वर के सम्मुख कांपते और थरथराते रहें, क्योंकि जीवता और युगानयुग तक रहने वाला परमेश्वर वही है; उसका राज्य अविनाशी और उसकी प्रभुता सदा स्थिर रहेगी।(दानिय्येल 6:26) दानिय्येल यहूदा के उन चार बच्चों में से एक था […]

दबोरा के जीवन से सबक

उस समय लप्पीदोत की स्त्री दबोरा जो नबिया थी इस्राएलियों का न्याय करती थी। (न्यायियों 4:4) दबोरा इज़राइल पर नियुक्त एकमात्र महिला न्यायाधीश थीं। वह एक भविष्यवक्ता भी थीं। परमेश्वर ने कनान के राजा के अधीन सेनापति सीसरा से इस्राएल को छुड़ाने के लिए उसे चुना। कनान के राजा याबीन और उसके प्रधान सीसरा के […]

एस्तेर के जीवन से सबक

क्योंकि जो तू इस समय चुपचाप रहे, तो और किसी न किसी उपाय से यहूदियों का छुटकारा और उद्धार हो जाएगा, परन्तु तू अपने पिता के घराने समेत नाश होगी। फिर क्या जाने तुझे ऐसे ही कठिन समय के लिये राजपद मिल गया हो?(एस्तेर 4:14) एस्तेर एक यहूदी महिला थी, जिसने फ़ारसी राजा की नज़रों […]

एलीशा के जीवन से सबक

उनके पार पहुंचने पर एलिय्याह ने एलीशा से कहा, उस से पहिले कि मैं तेरे पास से उठा लिये जाऊं जो कुछ तू चाहे कि मैं तेरे लिये करूं वह मांग; एलीशा ने कहा, तुझ में जो आत्मा है, उसका दूना भाग मुझे मिल जाए। (2 राजा 2:9) एलीशा भविष्यवक्ता एलिय्याह के संरक्षण में एक […]

मूसा के जीवन से सबक

मूसा तो उसके सारे घर में सेवक की नाईं विश्वास योग्य रहा, कि जिन बातों का वर्णन होने वाला था, उन की गवाही दे। (इब्रानियों 3:5) मूसा को 80 वर्ष की आयु में मिस्र के फिरौन के हाथों से इस्राएल को छुड़ाने के लिए परमेश्वर ने बुलाया था। एक ऐसी उम्र जिसे कई लोग अपने […]

गिदोन के जीवन से सबक।

उसको यहोवा के दूत ने दर्शन देकर कहा, हे शूरवीर सूरमा, यहोवा तेरे संग है। (न्यायियों 6:12) गिदोन इस्राएल में एक न्यायाधीश और पराक्रमी योद्धा था। वह मनश्शे जनजाति के एक गरीब परिवार में सबसे छोटा था। परमेश्वर ने उसे मिद्यानियों के अत्याचार से इस्राएल को छुड़ाने के लिए बुलाया। परमेश्वर ने इस्राएल को पड़ोसी […]

एलिय्याह के जीवन से सबक

एलिय्याह (एलिजा) भी तो हमारे समान दुख-सुख भोगी मनुष्य था; और उस ने गिड़िगड़ा कर प्रार्थना की; कि मेंह न बरसे; और साढ़े तीन वर्ष तक भूमि पर मेंह नहीं बरसा। फिर उस ने प्रार्थना की, तो आकाश से वर्षा हुई, और भूमि फलवन्त हुई॥ (याकूब 5:17-18) एलिय्याह परमेश्वर का भविष्यवक्ता था। वह परमेश्‍वर का […]