पहले परमेश्वर के राज्य की खोज करो!

इसलिये पहिले तुम परमेश्वर के राज्य और सत्यनिष्ठा की खोज करो तो ये सब वस्तुएं भी तुम्हें मिल जाएंगी। (मत्ती 6:33) हमारा मुख्य वर्स हमारे मास्टर यीशु द्वारा दिया गया कथन है। वह आपसे ऐसी चीज़ खोजने को नहीं कहेगा जिसे खोजना संभव नहीं है। फिर, उसने लूका 12:32 में कहा, “हे छोटे झुण्ड, मत […]

निस्वार्थ भाव से दें

क्योंकि जहां तेरा धन है, वहीं तेरा मन भी रहेगा। (मत्ती 6:21) परमेश्वर ने हमें अपने स्वरूप में बनाया है और वह हमसे अत्यन्त प्रेम करता है। उसने हमें अपनी समानता में इसलिए बनाया है ताकि हम उसकी सृष्टि के मुकुट बनें, जिन्हें उसे जानने और उसके साथ संगति करने का सौभाग्य प्राप्त है। यीशु […]

यीशु के साथ हमारी एकता और संगति

परमेश्वर सच्चा है, और उसने हमें अपने पुत्र हमारे प्रभु यीशु मसीह की संगति में बुलाया है (1 कुरिन्थियों 1:9)। यीशु मसीह की संगति में बुलाए जाने का अर्थ है कि हम उसके साथ एकता में आ गए हैं। इसका अर्थ है कि हमें उसकी श्रेणी में लाया गया है, और अब हम उसके साथ […]

पीछे मत हटिए

और मेरा सत्यनिष्ठ जन विश्वास से जीवित रहेगा, और यदि वह पीछे हट जाए तो मेरा मन उस से प्रसन्न न होगा। (इब्रानियों 10:38) बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो परमेश्वर के साथ अपनी यात्रा, बहुत उल्लास के साथ शुरू करते हैं परन्तु उसी उल्लास के साथ इसे जारी नही रखते। जब वे नए […]

वचन से खुद को जानें

पर जब हम सब के उघाड़े हुए चेहरे से प्रभु का प्रताप इस प्रकार प्रगट होता है, जैसे दर्पण में, तो प्रभु के द्वारा जो आत्मा है, हम उसी तेजस्वी रूप में अंश अंश करके बदलते जाते हैं। (2 कुरिन्थियों 3:18) यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि आप मसीह यीशु में वास्तव में कौन हैं। […]

पिता के साथ आपकी संगति!

इसलिये कि जितने लोग परमेश्वर के आत्मा के चलाए चलते हैं, वे ही परमेश्वर के पुत्र हैं। (रोमियों 8:14) मसीह होने के नाते एक सबसे बड़ा तोहफ़ा जो हमने पाया है वो है पिता के साथ, उसकी संतान की तरह संगति करने का सौभाग्य। इससे ज़्यादा क़ीमती इस दुनिया में कुछ भी नहीं है। संगति […]

उसके तरीकों पर भरोसा कीजिए!

धन्य है वह पुरुष जो यहोवा पर भरोसा रखता है, जिसने परमेश्वर को अपना आधार माना हो। वह उस वृक्ष के समान होगा जो नदी के तीर पर लगा हो और उसकी जड़ जल के पास फैली हो; जब घाम होगा तब उसको न लगेगा, उसके पत्ते हरे रहेंगे, और सूखे वर्ष में भी उनके […]

अशिषित पुनरुत्थान दिवस की बधाई

और मसीह यीशु में उसके साथ उठाया, और स्वर्गीय स्थानों में उसके साथ बैठाया। (इफिसियों 2:6) आप सभी को पुनरुत्थान के दिन की बधाईयाँ!यह दिन बहुत ही स्पेशल है, यीशु ने मृत्यु को हराया, और वह पहला व्यक्ति बना जो नया जन्मा (प्रकटीकरण 1:5)| मसीह यीशु में हमारा जीवन यीशु मसीह के जन्म से शुरू […]

वह जीवित है

जब वे डर गईं, और धरती की ओर मुंह झुकाए रहीं; तो उन्होंने उन ने कहा; तुम जीवते को मरे हुओं में क्यों ढूंढ़ती हो? (लूका 24:5) हमारे मुख्य वर्स में, हम देखते हैं कि स्वर्गदूतो ने उन महिलाओं से पूछा, जो यीशु के शव पर सुगन्धित द्रव्य को लगाने आई थीं, कि वे उसे […]

अशिषित गुड फ्राइडे

जब यीशु ने वह सिरका लिया, तो कहा पूरा हुआ और सिर झुकाकर प्राण त्याग दिए॥ (यूहन्ना 19:30) बहुत बार लोग पूछते हैं कि यह फ्राइडे “गुड” क्यों कहा जाता है जब येशु इस दिन मरा! यह एक अच्छा फ्राइडे है, क्योंकि येशु ने अपना कार्य पूरा किया उद्धार को हमारे लिए उपलब्ध कराने हेतु, […]