उसमें आप फलवंत है

मैं दाखलता हूँ: तुम डालियाँ हो; जो मुझ में बना रहता है, और मैं उसमें, वह बहुत फल फलता है, क्योंकि मुझ से अलग होकर तुम कुछ भी नहीं कर सकते। (यूहन्ना 15:5) जब यीशु कहता हैं कि वे दाखलता हैं और हम शाखाएं हैं, तो वे कह रहा हैं कि हम उसके एक्सटेंशन, उसकी […]

वह आपके प्रेम के श्रम को याद रखता है

क्योंकि परमेश्वर अन्यायी नहीं, कि तुम्हारे काम, और उस प्रेम को भूल जाए, जो तुम ने उसके नाम के लिये इस रीति से दिखाया, कि पवित्र लोगों की सेवा की, और कर भी रहे हो। ( इब्रानियों 6:10) परमेश्वर मनुष्य नहीं है जो यह भूल जाये कि आपने उसके लिए क्या किया है। यह एक […]

प्रार्थना करो और हिम्मत मत खोओ !

इसके अलावा [यीशु ने] उन्हें एक दृष्टान्त भी सुनाया कि उन्हें हमेशा प्रार्थना करना चाहिए और कायर नहीं बनना चाहिए (बेहोश नहीं होना, हिम्मत नहीं हारना और हार नहीं मानना )। (लूका 18:1 एएमपी) यीशु ने अपने शिष्यों को जज और विधवा के दृष्टांत (लूका 18:2-9), के माध्यम से समझाया कि प्रार्थना में हार न […]

हिसाब लीजिये!

मैं उसको अपने पग पग का हिसाब देता; मैं उसके निकट प्रधान की नाईं निडर जाता। (अय्यूब 31:37) जैसे हम इस साल की समाप्ति की ओर आ गये हैं, यह ज़रूरी है कि हम अपने साल का हिसाब लें। अपने विजय और बदलाव के क्षेत्र को जांचना बुद्धिमता है। जब हम हिसाब लेने की बात […]

इंतज़ार मत कीजिये!

मेरी आँखें लक्ष्य पर टिकी हैं, जहाँ परमेश्वर हमें आगे इंगित कर रहा- यीशु की ओर। मैं चल पड़ा हूँ और दौड़ रहा हूँ, और मैं पीछे नही मुड़ने वाला (फिलिप्पियों 3:14 मेसेज अनुवाद) बहुत लोगों ने संयम और इंतज़ार के बीच में अंतर को नही समझा है। संयम में हमेशा एक निश्चित परिणाम होता […]

आभारी रहिये

…हर बात में धन्यवादी बने रहो। यही वह बात है जो परमेश्वर तुमसे चाहता है कि तुम मसीह यीशु में अपने जीवन में बने रहो (1 थिस्सलुनीकियों 5:18)। एक गुण जो आप हमेशा सफल लोगों में पाएंगे, वह यह है कि ऐसे लोग आभारी होते हैं। एक सही मायने में सफल व्यक्ति सदैव कृतज्ञता के […]

उसके तरीकों पर भरोसा कीजिए!

धन्य है वह पुरुष जो यहोवा पर भरोसा रखता है, जिसने परमेश्वर को अपना आधार माना हो। वह उस वृक्ष के समान होगा जो नदी के तीर पर लगा हो और उसकी जड़ जल के पास फैली हो; जब घाम होगा तब उसको न लगेगा, उसके पत्ते हरे रहेंगे, और सूखे वर्ष में भी उनके […]

परमेश्वर के जन पर विश्वास करने की हिम्मत कीजिए

…. अपने परमेश्वर यहोवा पर विश्वास रखो, तब तुम स्थिर रहोगे; उसके नबियों की प्रतीत करो, तब तुम कृतार्थ हो जाओगे। (2 इतिहास 20:20) ऊपर पद में शब्द “नबियों”, परमेश्वर के जन को दर्शाता है। परमेश्वर कहता हैं कि अगर आप उस पर विश्वास करते हैं, तो आप स्थापित किये जाएँगे और अगर आप परमेश्वर […]

आपके पास कोई कमी नही है

और मेरा परमेश्वर भी अपने उस धन के अनुसार जो महिमा सहित मसीह यीशु में है तुम्हारी हर एक घटी को पूरी करेगा। (फिलिप्पियों 4:19) एक व्यक्ति के जीवन में कमी का होना एक आत्मिक बात है ना की शारीरिक। कमी, किसी चीज़ का ना होना नही है, परन्तु एक अवस्था है जब लोग परमेश्वर […]

मिनिस्ट्री की शाही विरासत

इसलिये हम उसके द्वारा स्तुति रूपी बलिदान, अर्थात उन होठों का फल जो उसके नाम का अंगीकार करते हैं, परमेश्वर के लिये सर्वदा चढ़ाया करें। (इब्रानियों 13:15) मसीह यीशु में, परमेश्वर ने हमें अपना शाही याजक बनाया है। एक सबसे महत्वपूर्ण कार्य जो शाही याजक का होता है वह है परमेश्वर की सेवा, कुर्बानी देकर […]