यीशु का पुनरुत्थान और हमारा अनंत जीवन
सो उस मृत्यु का बपतिस्मा पाने से हम उसके साथ गाड़े गए, ताकि जैसे मसीह पिता की महिमा के द्वारा मरे हुओं में से जिलाया गया, वैसे ही हम भी नए जीवन की सी चाल चलें। (रोमियों 6:4) यीशु मसीह के पुनरुत्थान ने हमे अनंत जीवन दिया है। जब आदम ने परमेश्वर के खिलाफ पाप […]
उसकी मृत्यु और पुनरुत्थान के माध्यम से हमारे पास संगति है।
परमेश्वर विश्वासयोग्य है, जिसके द्वारा तुम्हें उसके पुत्र, हमारे प्रभु यीशु मसीह की संगति में बुलाया गया है॥ (1 कुरिन्थियों 1:9) यीशु मसीह सिर्फ़ आपके जीवन का प्रभु नहीं है, बल्कि वह है जिसमें आपने समृद्ध और गहरी संगति पाई है। यह वही है जो परमेश्वर हमेशा से एक मनुष्य के साथ चाहता था: संगति! […]
हम उसकी मृत्यु और पुनरुत्थान के माध्यम से सही ठहराया गये हैं
परन्तु वह हमारे ही अपराधो के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के हेतु कुचला गया; हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम चंगे हो जाएं… (यशायाह 53:5)। सही ठहराने का अर्थ है पापों से मुक्ति; या सत्यनिष्ठ घोषित किया जाना। यीशु क्रूस पर […]