उसमें आप फलवंत है

मैं दाखलता हूँ: तुम डालियाँ हो; जो मुझ में बना रहता है, और मैं उसमें, वह बहुत फल फलता है, क्योंकि मुझ से अलग होकर तुम कुछ भी नहीं कर सकते। (यूहन्ना 15:5) जब यीशु कहता हैं कि वे दाखलता हैं और हम शाखाएं हैं, तो वे कह रहा हैं कि हम उसके एक्सटेंशन, उसकी […]

दिव्य जीवन के विस्तारक और वितरक

मैं दाखलता हूँ, तुम डालियाँ हो…(यूहन्ना 15:5अ) नया जन्म लेने के कारण, आप पृथ्वी पर यीशु मसीह के शारीरिक एक्‍सटेंशन हैं। इसलिए आप दूसरों के लिए दिव्य जीवन के विस्तारक और वितरक हैं, ठीक हमारे प्रभु, यीशु मसीह के जैसे। इसलिए बाइबिल 1 यूहन्ना 4:17 में एलान करती है कि; “….जैसा वह है, वैसे ही […]