यहोशू के जीवन से सबक

तेरे जीवन भर कोई तेरे साम्हने ठहर न सकेगा; जैसे मैं मूसा के संग रहा वैसे ही तेरे संग भी रहूंगा; और न तो मैं तुझे धोखा दूंगा और न तुझ को छोडूंगा। इसलिये हियाव बान्धकर दृढ़ हो जा; क्योंकि जिस देश के देने की शपथ मैं ने इन लोगों के पूर्वजों से खाई थी […]

अब्राहम के जीवन से सबक।

और पवित्र शास्त्र का यह वचन पूरा हुआ, कि अब्राहम ने परमेश्वर की प्रतीति की, और यह उसके लिये सत्यनिष्ठा गिना गया, और वह परमेश्वर का मित्र कहलाया। (याकूब 2:23) अब्राहम और परमेश्वर के प्रति उसका विश्वास अनुकरणीय है। वह एक ऐसा व्यक्ति था जो परमेश्वर की हर आज्ञा को “हाँ” कहता था। यह उसके […]

दाऊद के जीवन से सबक

फिर उसे अलग करके दाऊद को उन का राजा बनाया; जिस के विषय में उस ने गवाही दी, कि मुझे एक मनुष्य यिशै का पुत्र दाऊद, मेरे मन के अनुसार मिल गया है। वही मेरे सारी इच्छा पूरी करेगा। (प्रेरितों के काम 13:22) जब परमेश्वर ने दाऊद को इस्राएल का राजा चुना, वह सिर्फ एक […]

अभिषेक और अभिषिक्त जन के प्रति आपका दृष्टिकोण!

मेरे अभिषिक्त को मत छूओ, और मेरे नबियों की हानि मत करो। (भजन संहिता 105:15) एक मसीही होने के नाते आपके अंदर परमेश्वर के अभिषिक्‍त दास और दासी के प्रति बहुत आदर और सम्मान होना चाहिए। बाइबल 1 थिस्सलुनीकियों 5:13 में कहती है कि “प्रेम में उनका बहुत आदर करो।” जब परमेश्वर आपको किसी दास […]