खुद को चुनौती देना
इस संसार के सदृश न बनो; परन्तु तुम्हारी बुद्धि के नये हो जाने से तुम्हारा चाल-चलन भी बदलता जाए। तब तुम परमेश्वर- की भली, और भावती, और सिद्ध इच्छा अनुभव से मालूम करते रहोगे। (रोमियों 12:2 NIV) मसीह लोगों को अपने विश्वास के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए लगातार स्वयं, को चुनौती देने की […]
Challenging yourself
Do not conform to the pattern of this world, but be transformed by the renewing of your mind. Then you will be able to test and approve what God’s will is—his good, pleasing and perfect will (Romans 12:2 NIV) A Christian needs to continuously challenge themselves, to move forward in their walk of faith. One […]
ঈশ্বরের বচনের মাধ্যমে আপনার মন দখল করুন!
উত্তরে তিনি বললেন, ‘তুমি তোমার সমস্ত হৃদয়, তোমার সমস্ত প্রাণ, তোমার সমস্ত শক্তি এবং তোমার সমস্ত মন দিয়ে তোমার ঈশ্বর প্রভুকে ভালবাসবে৷ এবং তোমার প্রতিবেশী তোমার নিজের মত। (Luke 10:27) একজন ব্যক্তির ব্যক্তিত্ব এবং চরিত্র ব্যক্তির প্রাণ দ্বারা নিয়ন্ত্রিত হয়। প্রাণ শরীর এবং ইন্দ্রিয় নিয়ন্ত্রণ করে, কারণ এটি একজন ব্যক্তির মনের ঘর। এই কারণেই ঈশ্বরের […]
परमेश्वर के वचन के द्वारा अपने मन पर अधिकार करें!
उस ने उत्तर दिया, कि तू परमेश्वर अपने प्रभु से अपने सारे मन से, और सारे प्राण से, और सारी शक्ति से, और सारी बुद्धि से प्रेम रख; और अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख। (लूका 10:27) किसी व्यक्ति का व्यक्तित्व और चरित्र उस व्यक्ति के प्राण द्वारा नियंत्रित होता है।प्राण शरीर और इन्द्रियों […]
Take possession your mind through the Word of God!
And he answering said, Thou shalt love the Lord thy God with all thy heart, and with all thy soul, and with all thy strength, and with all thy mind; and thy neighbour as thyself. (Luke 10:27) A person’s personality and character are controlled by the soul of the person. The soul controls body and […]
প্রার্থনা করার সময় আপনার মনকে ইতস্তত ঘুরে বেড়াতে দেবেন না!
জেগে থাকো এবং প্রার্থনা করো, যাতে তোমরা প্রলোভনে না পড়ো: আত্মা সত্যিই ইচ্ছুক, কিন্তু শরীর দুর্বল৷ (Matthew 26:41) আপনি কি জানেন যে আপনার পক্ষে প্রার্থনা করা সম্ভব, যখন আপনার মন দূরে কোথাও ঘুরে বেড়ায় খাচ্ছে। আপনার ঠোঁট, হাত বা চোখ প্রার্থনায় জড়িত থাকতে পারে, আপনার মন বিভিন্ন চিন্তায় আবদ্ধ হতে পারে যার সাথে আপনার প্রার্থনার […]
प्रार्थना करते समय अपने मन को भटकने न दें!
जागते और प्रार्थना करते रहो, कि तुम परीक्षा में न पड़ो: आत्मा तो तैयार है, परन्तु शरीर दुर्बल है। (मत्ती 26:41) क्या आप जानते हैं कि ऐसा संभव है कि आप प्रार्थना कर रहे हों और आपका मन कहीं और भटक रहा हो। आपके होठ, हाथ या आंखें प्रार्थना में व्यस्त हो सकते हैं, जबकि […]
Don’t let your mind wander as you pray!
Watch and pray, that ye enter not into temptation: the spirit indeed is willing, but the flesh is weak. (Matthew 26:41) Do you know it’s possible for you to be praying, while your mind is wandering somewhere away. Your lips, hands or eyes may be involved in prayer while, your mind might be occupied in […]
সঠিক মানসিকতা গড়ে তোলা
স্বাধীনতার জন্য খ্রীষ্ট আমাদের মুক্ত করেছেন; অতএব দৃঢ়ভাবে দাঁড়াও, দাসত্বের জোয়ালের কাছে আবার আত্মসমর্পণ করো না। (Galatians 5:1) খ্রীষ্ট যীশুতে, আমাদের সমস্ত দাসত্ব থেকে, আইনের, শয়তানের এবং জগতের বন্ধন থেকে বের করে আনা হয়েছে৷ তিনি তাঁর মধ্যে দিয়ে আমাদের নিখুঁত স্বাধীনতা দিয়েছেন। যাইহোক, অনেকে এখনও নিজেদেরকে বিশ্ব এবং এর উপাদানগুলির সাথে লড়াই করছে। এটা ঘটছে […]
सही मानसिकता विकसित करें
मसीह ने हमें स्वतंत्रता के लिये स्वतंत्र किया है; इसलिये दृढ़ रहो, और दासत्व के जूए में फिर से न जुतो। (गलातियों 5:1) मसीह यीशु में हमें; व्यवस्था के, शैतान के, और संसार के,सारे बंधनों से बाहर लाया गया है। उसने हमें ख़ुद में सम्पूर्ण स्वतंत्रता दी है। हालाँकि, कई लोग अभी भी खुद को […]