और मेरा सत्यनिष्ठ जन विश्वास से जीवित रहेगा, और यदि वह पीछे हट जाए तो मेरा मन उस से प्रसन्न न होगा। (इब्रानियों 10:38)

बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो परमेश्वर के साथ अपनी यात्रा, बहुत उल्लास के साथ शुरू करते हैं परन्तु उसी उल्लास के साथ इसे जारी नही रखते। जब वे नए जन्मते हैं, और आत्मा की चीजों को सीखते हैं और विश्वास की सीखों को समझते हैं और उस पर चलते हैं, उन्हें तुरंत परिणाम मिलते हैं, परमेश्वर के द्वारा दिए गये बच्चों वाली अनुग्रह के कारण, और उन्हें यह बहुत पसंद आता है। परन्तु, जब वे मसीह में बढ़ते हैं, परमेश्वर उनसे उम्मीद करता है की वे परिपक्व हों, विश्वास की लड़ाई को लड़ना सीखें, चुनौतियों का सामना करें और खुद से बढ़कर सोचे और राज्य की मानसिकता रखने वाले बने; इस समय कुछ लोग होते हैं जो परमेश्वर से पीछे हट जाते हैं। वही परमेश्वर जिससे वे प्रेम करते थे अब उन्हें रोचक नही लगता, परमेश्वर ऐसे लोगों में आनंदित नही होता और इसलिए, शैतान को ऐसे लोगों के जीवन में खुला मौका मिल जाता है।

कुछ लोग हमेशा उन कार्यों से दूर भागना चाहते हैं जो राज्य में उनके हाथों में सौंपी गयी है, वे सिर्फ उन अच्छी चीजों का आनंद उठाना चाहते हैं जो उन्हें सुसमाचार के साथ पैकेज में मिली हैं, पर दुःख की बात है कि वे सुसमाचार के लिए खड़ा नही होना चाहते; हालांकि वे यह भूल जाते हैं कि यह सुसमाचार ही सारे महानता और बढ़ोतरी का रहस्य है। यीशु ने कहा था, “और जिस किसी ने घरों या भाइयों या बहिनों या पिता या माता या लड़केबालों या खेतों को मेरे नाम के लिये छोड़ दिया है, उस को सौ गुना मिलेगा: और वह अनन्त जीवन का अधिकारी होगा। परन्तु बहुतेरे जो पहिले हैं, पिछले होंगे; और जो पिछले हैं, पहिले होंगे॥“ (मत्ती 19:29-30)

बाइबिल के दिनों से अब तक, कोई भी नही जो परमेश्वर के साथ चला हो और कंगाल या रोगी या लाचार रहा हो। चुनौतियों का समय परीक्षा का समय होता है, और आपको उन समयों में एक लायक संतान की तरह खड़ा होना चाहिए, ताकि वह आपको वह विरासत दे जो आपके लिए ही बनी है। निशाने से मत चूकिए। पीछे मत हटिये!

घोषणा:

मैं पीछे हटने से इनकार करता हूँ। मैं अपने पिता की एक लायक संतान की तरह खड़ा होता हूँ। मैं वचन का अध्ययन करता हूँ और परमेश्वर के वचन द्वारा ही मार्गदर्शित होता हूँ, जो मुझे परमेश्वर की सोच और मेरे जीवन के लिए उसकी योजना उजागर करता है। मैं अपने जीवन में परमेश्वर की योजना को पूरा करता हूँ, यीशु के नाम में। आमीन!

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