यह मायने रखता है कि आप किसका अनुसरण करते हैं!
ताकि तुम आलसी न बनो, परन्तु उनका अनुकरण करो, जो विश्वास और धीरज के द्वारा प्रतिज्ञाओं के वारिस होते हैं। (इब्रानियों 6:12) दुनिया में, दुनिया की स्टैण्डर्ड से किसी भी प्रसिद्ध चीज या किसी भी प्रसिद्ध व्यक्ति, का अनुसरण करने की संस्कृति हैं। वे इसे ‘ट्रेंड ’ का अनुसरण करना कहते हैं। परमेश्वर की संतान […]
चर्च में आपकी उपस्थिति मायने रखती है
आओ एक साथ संगती करने को नज़रंदाज़ न करें जैसे कुछ लोग करते हैं, परन्तु एक दुसरे को प्रोत्साहित करें, खासकर अब जब प्रभु का लौटना इतना करीब है। (इब्रानियों 10:25) क्या आपने कभी भी एक शेर को हिरण का शिकार करते हुए देखा है? शेर कभी हिरण पर तब वार नही करता जब वह […]
करुणा मायने रखती है
और यीशु, करुणा से भर गया, हाथ बढ़ाकर उसे छूआ, और उससे कहा, मैं चाहता हूँ, तू शुद्ध हो जा। (मरकुस 1:41) करुणा मसीही जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण गुण है। जब तक आपके हृदय में संसार के उन लोगों के प्रति करुणा नहीं होगी, जो अभी भी दण्ड और मृत्यु के श्राप के […]
आत्माओं को जीतना महत्वपूर्ण है!
सत्यनिष्ठा का प्रतिफल जीवन का वृक्ष होता है, और बुद्धिमान मनुष्य मन को मोह लेता है। (नीतिवचन 11:30) स्वर्ग जाने से पहले, मास्टर यीशु के अंतिम निर्देशों में से एक था, आत्माओं को जीतना। उसने कहा: “तुम सारे जगत में जाकर सारी सृष्टि के लोगों को सुसमाचार प्रचार करो” (मरकुस 16:15)। आत्मा को जीतना परमेश्वर […]
आपका विश्वास मायने रखता है
अब विश्वास आशा की हुई वस्तुओं का निश्चय, और अनदेखी वस्तुओं का प्रमाण है। (इब्रानियों 11:1) विश्वास परमेश्वर के राज्य की मुद्रा है। मसीह में प्रत्येक विश्वासी को, विश्वास दिया गया है (संदर्भ: रोमियों 12:3), और जब हम परमेश्वर के वचन का अध्ययन करते हैं, तो हमारा विश्वास बढ़ता है। विश्वास का निर्माण, करने के […]
आत्मा में प्रार्थना करना मायने रखता है!
… मैं आत्मा से भी प्रार्थना करूंगा, और समझ से भी प्रार्थना करूंगा; मैं आत्मा से गाऊंगा, और समझ से भी गाऊंगा। (1 कुरिन्थियों 14:15) ऐसे कई मसीह हैं जिन्होंने यह जानने के लिए पवित्रशास्त्र का अच्छी तरह से अध्ययन नहीं किया है कि स्वर्गीय भाषाओं में प्रार्थना करना हमारी आत्मा को पवित्र आत्मा से […]
आपका प्रार्थना जीवन मायने रखता है
फिर वह लोगों को विदा करके प्रार्थना करने के लिये एकान्त में पहाड़ पर चला गया; और जब सांझ हुई तो वह वहां अकेला था। (मत्ती 14:23) हमारा मुख्य वर्स, हमारे प्रभु यीशु के प्रार्थना जीवन पर प्रकाश डालता है। यीशु अपने प्रार्थना दिनचर्या में अनुशासित था, और हमें भी उसका अनुकरण करना चाहिए। मरकुस […]
पिता के साथ आपकी संगति मायने रखती है!
इसलिये कि जितने लोग परमेश्वर के आत्मा के चलाए चलते हैं, वे ही परमेश्वर के पुत्र हैं। (रोमियों 8:14) मसीह होने के नाते एक सबसे बड़ा तोहफ़ा जो हमने पाया है वो है पिता के साथ, उसकी संतान की तरह संगति करने का सौभाग्य। इससे ज़्यादा क़ीमती इस दुनिया में कुछ भी नहीं है। संगति […]
परमेश्वर के भवन में आपकी सेवा मायने रखती है
इन बातों के बाद प्रभु ने सत्तर और मनुष्य नियुक्त किए और जिस जिस नगर और जगह को वह आप जाने पर था, वहां उन्हें दो दो करके अपने आगे भेजा। और उस ने उन से कहा; “कटाई तो बहुत है; परन्तु मजदूर थोड़े हैं: इसलिये खेत के स्वामी से बिनती करो, कि वह अपने […]
आपका देना मायने रखता है
और यीशु भण्डार के साम्हने बैठकर देख रहा था, कि लोग किस रीति से भण्डार में पैसे डालते हैं…(मरकुस 12:41) आज के हमारे मुख्य वर्स में हम देखते हैं कि कैसे हमारे प्रभु यीशु उन लोगों पर नज़र रख रहे थे जो यरूशलेम के मंदिर में भेंट दे रहे थे। इससे आपको पता चल जाना […]